Oops! It appears that you have disabled your Javascript. In order for you to see this page as it is meant to appear, we ask that you please re-enable your Javascript!

NCERT Solutions for Class 9 Sparsh: Chapter 4 – तुम कब जाओगे, अतिथि

NCERT Solutions for Class 9th: पाठ 4 – तुम कब जाओगे, अतिथि स्पर्श भाग-1 हिंदी

शरद जोशी


पृष्ठ संख्या:39
प्रश्न अभ्यास 
मौखिक 
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो-पंक्तियों में दीजिए। 
1.अतिथि कितने दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है?
उत्तर 
अतिथि चार दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है।
2. कैलेंडर की तारीखें किस तरह फड़फड़ा रही हैं?

उत्तर


कैलेंडर की तारीखें अपनी सीमा में नम्रता से फड़फड़ा रही हैं।

पृष्ठ संख्या: 40

3. पति-पत्नी ने मेहमान का स्वागत कैसे किया?

उत्तर

पति ने स्नेह-भीगी मुस्कराहट के साथ गले मिलकर तथा पत्नी ने सादर नमस्ते कहकर मेहमान का स्वागत किया।

4. दोपहर के भोजन को कौन-सी गरिमा प्रदान की गयी?

उत्तर

दोपहर के भोजन को लंच की गरिमा प्रदान की गयी।

5. तीसरे दिन सुबह अतिथि ने क्या कहा?

उत्तर

तीसरे दिन अतिथि ने धोबी से कपडे धुलवाने की बात कही।

6. सत्कार की ऊष्मा समाप्त  होने पर क्या हुआ?

उत्तर

सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर लेखक डिनर से खिचड़ी पर आ गए।

लिखित

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए –

1. लेखक अतिथि को कैसी विदाई देना चाहता था?

उत्तर

लेखक अतिथि को एक भावभीनी विदाई देना चाहता था। वह चाहता था कि जब अतिथि जाए तो पति-पत्नी उसे स्टेशन तक छोड़ने जाए। उन्हें सम्मानजनक विदाई देना चाहते थे।

2. पाठ में आए निम्नलिखित कथनों की व्याख्या कीजिए −

(क) अंदर ही अंदर कहीं मेरा बटुआ काँप गया।
(ख) अतिथि सदैव देवता नहीं होता, वह मानव और थोड़े अंशों में राक्षस भी हो सकता है।
(ग) लोग दूसरे के होम की स्वीटनेस को काटने न दौड़ें।
(घ) मेरी सहनशीलता की वह अंतिम सुबह होगी।
(ङ) एक देवता और एक मनुष्य अधिक देर साथ नहीं रहते।

उत्तर

(क) जब लेखक ने अतिथि को  देखा था तब उन्हें लगा उनका खर्च बढ जायेगा इसलिए उनका बटुआ काँप गया यानी अत्यधिक खर्चे होने का एहसास हुआ।

(ख)  हमारी संस्कृति में अतिथि को देवता समान माना गया है। परन्तु यही अतिथि जब ज्यादा दिन रह जाए तो वह बोझ लगने लगता और थोड़े अंशो में राक्षस प्रतीत होता है।

(ग) हर व्यक्ति अपने घर को सजाता है, सुख शान्ति स्थापित करता है। अपने घर को स्वीट होम बनाता है। लेकिंग जब कोई अनचाहा व्यक्ति आकर रहने लगता है तो वह  स्वीटनेस को काटने दौड़ने जैसा लगता है।

(घ) अतिथि लेखक के घर पर चार दिनों से रह रहा था। कल पाँचवा दिन हो जाएगा। यदि कल भी अतिथि नहीं गया तो लेखक अपनी सहनशीलता खो बैठेगा और अतिथि सत्कार भूलकर गेट आउट बोलने में देर नही लगाएगा।

(ड़ ) हम अतिथि को देवता मानते हैं इसलिए लेखक अपने अतिथि को बताना चाह रहा कि देवता और मनुष्य कभी एक साथ हैं। आप कृपा कर हमारे कर हमारे घर से प्रस्थान करें।

(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50 -60 शब्दों में) लिखिए –

1. कौन-सा आघात अप्रत्याशित था और उसका लेखक पर क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर

तीसरे दिन जब अतिथि ने धोबी से कपड़े धुलवाने की इच्छा प्रकट की तो लेखक के लिए ये अप्रत्याशित आघात था चूँकि उन्हें लगा था वे चले जाएंगे। धोबी को कपड़े धुलने देने का मतलब था कि अतिथि अभी जाना नहीं चाहता। इस आघात का लेखक पर यह प्रभाव पड़ा कि वह अतिथि को राक्षस समझने लगा। उनके सत्कार की ऊष्मा समाप्त हो गयी।

2.’संबंधों का संक्रमण के दौर से गुज़रना’ −इस पंक्ति से आप क्या समझते हैं? विस्तार से लिखिए।

उत्तर

संबंधों का संक्रमण के दौर से गुज़रना − इस पंक्ति का आशय है संबंधों में परिवर्तन आना। जो संबंध आत्मीयतापूर्ण थे अब घृणा और तिरस्कार में बदलने लगे। जब लेखक के घर अतिथि आया था तो उसके संबंध सौहार्द पूर्ण थे। उसने उसका स्वागत प्रसन्नता पूर्वक किया था। लेखक ने अपनी ढ़ीली-ढ़ाली आर्थिक स्थिति के बाद भी उसे शानदार डिनर खिलाया और सिनेमा दिखाया। लेकिन अतिथि चार पाँच दिन रुक गया तो स्थिति में बदलाव आने लगा और संबंध बदलने लगे।

3. जब अतिथि चार दिन तक नहीं गया तो लेखक के व्यवहार में क्या-क्या परिवर्तन आए?

उत्तर

जब अतिथि चार दिन तक नहीं गया तो लेखक ने उसके साथ मुस्कुराकर बात करना छोड़ दिया, बातचीत के विषय समाप्त हो गए। सौहार्द व्यवहार अब बोरियत में बदल गया। लंच डिनर अब खिचड़ी पर आ गए। इसके बाद लेखक उपवास तक जाने की तैयारी करने लगा। लेखक अतिथि को ‘गेट आउट’ तक कहने के लिए भी तैयार हो गया।

भाषा अध्यन

1. निम्नलिखित शब्दों के दो-दो पर्याय लिखिए −

चाँद ज़िक्र आघात ऊष्मा अंतरंग

उत्तर

चाँद − राकेश, शशि, रजनीश
ज़िक्र − उल्लेख, वर्णन
आघात − हमला, चोट
ऊष्मा − गर्मी, घनिष्ठता, ताप
अंतरंग − घनिष्ठ, आंतरिक

2. निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार परिवर्तित कीजिए −

() हम तुम्हें स्टेशन तक छोड़ने जाएँगे। (नकारात्मक वाक्य)
……………………………………………………………..
() किसी लॉण्ड्री पर दे देते हैंजल्दी धुल जाएँगे। (प्रश्नवाचक वाक्य)
……………………………………………………………..
() सत्कार की ऊष्मा समाप्त हो रही थी। (भविष्यत् काल)
……………………………………………………………..
() इनके कपड़े देने हैं। (स्थानसूचक प्रश्नवाची)
……………………………………………………………..
() कब तक टिकेंगे ये? (नकारात्मक)
……………………………………………………………..

उत्तर

() हम तुम्हें स्टेशन तक छोड़ने जाएँगे। (नकारात्मक वाक्य)
हम तुम्हें स्टेशन तक छोड़ने नहीं जाएँगे।
() किसी लॉण्ड्री पर दे देते हैंजल्दी धुल जाएँगे। (प्रश्नवाचक वाक्य)
किसी लॉण्ड्री पर दे देने से क्या जल्दी धुल जाएँगे?
() सत्कार की ऊष्मा समाप्त हो रही थी। (भविष्यत् काल)
सत्कार की ऊष्मा समाप्त हो जाएगी। (भविष्यत् काल)
() इनके कपड़े देने हैं। (स्थानसूचक प्रश्नवाची)
इनके कपड़े यहाँ देने हैं।
() कब तक टिकेंगे ये? (नकारात्मक)
ये अब नहीं टिकेंगे।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.